भारत की प्रथम महिला मुख्य न्यायाधीश (Chief Magistrate) का नाम फातिमा बीवी था, जिन्हें 6 अक्टूबर, 1989 को नियुक्त किया गया था | भारत में अभी तक कुल 11 महिला न्यायाधीशों की नियुक्ति की जा चुकी है। आपको बता दें, कि भारत में पहली बार 3 महिला न्यायाधीशों ने 31अगस्त 2021 को सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीशों के रूप में शपथ ग्रहण की, जिसमें न्यायमूर्ति बीवी नागरत्ना भी शामिल हैं |
उच्च न्यायालय कॉलेजियम ने अदालत में प्रमोशन के लिए कुल 9 नाम भेजे हैं | जिसमें 3 महिलाओं के नाम भी शामिल हैं, जिन्हें अब सर्वोच्च न्यायालय का जज बनाने बनाने की सिफारिश की गई है | भारत की पहली महिला मुख्य न्यायाधीश कौन है, List of Female Judge, Justice in India के बारें में आपको यहाँ पूरी जानकारी प्रदान की जा रही है |
List of Chief Justice of India (CJI)
भारत के सर्वोच्च न्यायालय में महिला न्यायाधीशों की सूची (List of Female Judge, Justice in India)
भारत के सुप्रीम कोर्ट अर्थात सर्वोच्च न्यायालय की सभी महिला न्यायाधीशों की सूची इस प्रकार है-
क्र.सं. | नाम | कार्यकाल | |
नियुक्ति | सेवानिवृत | ||
1. | फातिमा बीवी | 6 अक्टूबर 1989 | 29 अप्रैल 1992 |
2. | सुजाता मनोहर | 8 नवंबर 1994 | 27 अगस्त 1999 |
3. | रूमा पली | 28 जनवरी 2000 | 2 जून 2006 |
4. | ज्ञान सुधा मिश्रा | 30 अप्रैल 2010 | 27 अप्रैल 2014 |
5. | रंजना देसाई | 13 सितंबर 2011 | 29 अक्टूबर 2014 |
6. | आर. भानुमति | 13 अगस्त 2014 | 19 जुलाई 2020 |
7. | इंदु मल्होत्रा | 27 अप्रैल 2018 | 13 मार्च 2021 |
8. | इंदिरा बनर्जी | 7 अगस्त 2018 | 23 सितंबर 2022 |
9. | हिमा कोहली | 31 अगस्त 2021 | 1 सितंबर 2024 |
10. | बी.वी. नागरत्न | 31 अगस्त 2021 | 29 अक्टूबर 2027 |
11. | बेला त्रिवेदी | 31 अगस्त 2021 | 9 जून 2025 |
सर्वोच्च न्यायालय (Supreme Court) में 3 नई महिला न्यायधीश जस्टिस हिमा कोहली (Hima Kohli), जस्टिस बी० वी० नागरत्ना (B.V.Nagaratna) और जस्टिस बेला त्रिवेदी (Bela Trivedi) सुप्रीम कोर्ट की जज बनी | भारत के सर्वोच्च न्यायालय में अब कुल महिला जजों की संख्या चार हो गयी है |
दरअसल कोर्ट के कॉलेजियम नें एक अभूतपूर्व निर्णय के अंतर्गत 3 महिला जजों को सुप्रीम कोर्ट में नियुक्त करने की सिफारिश की थी | कर्नाटक हाई कोर्ट की तीसरी सबसे वरिष्ठतम जज बी० वी० नागरत्ना के आलावा गुजरात हाई कोर्ट की जज बेला एम त्रिवेदी और तेलंगाना हाई कोर्ट की जज हिमा कोहली को सुप्रीम कोर्ट में नियुक्त किया गया है |
जस्टिस बी० वी० नागरत्ना कौन हैं (Who is Justice BV Nagarathna)
इस समय जस्टिस बीवी नागरत्ना कर्नाटक उच्च न्यायलय में जज है | वह वर्ष 2008 में कर्नाटक उच्च न्यायलय में बतौर एडिशन जज के रूप में पदभार ग्रहण किया था | इसके 2 वर्ष पश्चात उन्हें स्थायी न्यायधीश बना दिया गया था | जस्टिस बीवी नागरत्ना द्वारा कई अहम् निर्णय दिए गये है, वर्ष 2019 में उनकी बेंच की तरफ से बड़ा निर्णय सुनाते हुए कहा गया था, कि मंदिर व्यावसायिक प्रतिष्ठान (Commercial Establishment) नहीं हैं और न ही उसके कर्मचारी ग्रेच्युटी के हकदार है |
जस्टिस बी० वी० नागरत्ना का करियर (Career of Justice B.V. Nagaratna)
जस्टिस बी० वी० नागरत्ना नें अपना करियर की शुरुआत वर्ष 1987 में बतौर वकील के रूप में की थी | उनकी तरफ से कॉंस्टीटूशनल अर्थात संवैधानिक और कमर्शियल कानूनों के विषय पर प्रैक्टिस शुरू की थी| इस प्रकार उन्होंने कुल 23 वर्षों तक वकालत की, इसके पश्चात बतौर जज भूमिका संभाली | अब कहा जा रहा है, कि वर्ष 2027 में वह देश की पहली महिला मुख्य न्यायधीश (सीजेआई) बन सकती हैं |
हालाँकि सिनियोरिटी के मामले में अभी वह 33वें स्थान पर हैं | यदि भारत सरकार द्वारा उन्हें नियुक्त किया जाता है, तो वह 23 सितंबर 2027 से 29 अक्टूबर 2027 तक (1 माह) के लिए भारत की पहली महिला मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) के रूप में पदभार ग्रहण कर सकती है |
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