आईपीसी धारा 122 क्या है
आज हम आपके लिए इस पेज पर भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 122 की जानकारी लेकर आये है | यहाँ हम आपको बताएँगे कि भारतीय दंड सहिता (IPC) की धारा 122 किस प्रकार से परिभाषित की गई है और इसका क्या अर्थ है ? भारतीय दंड संहिता यानि कि आईपीसी (IPC) की धारा 122 क्या है, इसके बारे में आप यहाँ जानेंगे |
भारत सरकार के विरुद्ध युद्ध करने के आशय से आयुध आदि संग्रह करना
इस पोर्टल के माध्यम से यहाँ धारा 122 क्या बताती है ? इसके बारे में पूर्ण रूप से बात होगी | साथ ही इस पोर्टल www.nocriminals.org पर अन्य भारतीय दंड संहिता (IPC) की महत्वपूर्ण धाराओं के बारे में विस्तार से बताया गया है आप उन आर्टिकल के माध्यम से अन्य धाराओं के बारे में भी विस्तार से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं |
IPC (भारतीय दंड संहिता की धारा) की धारा 122 के अनुसार :-
भारत सरकार के विरुद्ध युद्ध करने के आशय से आयुध आदि संग्रह करना
जो कोई भारत सरकार के विरुद्ध या तो युद्ध करने, या युद्ध करने की तैयारी करने के आशय से पुरुष, आयुध या गोलाबारूद संग्रड करेगा, या अन्यथा युद्ध करने की तैयारी करेगा, वह “आजीवन कारावास से, या दोनों में से किसी भांति के कारावास से जिसकी अवधि दस वर्ष से अधिक की नहीं होगी. दंडित किया जाएगा “और जुर्माने से भी दंडनीय होगा
Section 122 – “ Collecting arms, etc., with intention of waging war against the Government of India ”–
“Whoever collects men, arms or ammunition or otherwise prepares to wage war with the intention of either waging or being prepared to wage war against the Government of India], shall be punished with imprisonment for life] or imprisonment of either description for a term not exceeding ten years, and shall also be liable to fine.”
लागू अपराध
भारत सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने के इरादे से हथियार आदि इकट्ठा करना
सजा – आजीवन कारावास या 10 वर्ष कारावास + आर्थिक दण्ड।
यह एक गैर–जमानती, संज्ञेय अपराध है और सत्र न्यायालय के न्यायधीश द्वारा विचारणीय है।
यह अपराध समझौता करने योग्य नहीं है।
आईपीसी की धारा 122 में सजा (Punishment) क्या होगी
यहाँ भारतीय दंड संहिता में धारा 122 किये गए अपराध के लिए सजा को निर्धारित किया गया हैं | जो इस प्रकार है – युद्ध करने की परिकल्पना को सुगम बनाने के आशय से छिपाना, उसको आजीवन कारावास या 10 वर्ष कारावास +आर्थिक दण्ड दोनों दण्ड से दण्डित किया जा सकता है |
आईपीसी (IPC) की धारा 122 में जमानत (BAIL) का प्रावधान
भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 122 में जिस अपराध की सजा के बारे में बताया गया है उस अपराध को एक गैर -जमानती अपराध बताया गया है | यहाँ आपको मालूम होना चाहिए कि गैर – जमानतीय अपराध होने पर इसमें जमानत मिलने में मुश्किल आती है क्योंकी CrPC में यह गैर – जमानतीय अपराध बताया गया है ।
मित्रों उपरोक्त वर्णन से आपको आज भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 122 के बारे में जानकारी हो गई होगी | कैसे इस धारा को लागू किया जायेगा ? इन सब के बारे में विस्तार से हमने उल्लेख किया है, यदि फिर भी इस धारा से सम्बन्धित या अन्य धाराओं से सम्बंधित किसी भी प्रकार की कुछ भी शंका आपके मन में हो या अन्य कोई जानकारी प्राप्त करना चाहते है, तो आप हमें कमेंट बॉक्स के माध्यम से अपने प्रश्न और सुझाव हमें भेज सकते है | इसको अपने मित्रो के साथ शेयर जरूर करें |
अपराध | सजा | संज्ञेय | जमानत | विचारणीय |
भारत सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने के इरादे से हथियार आदि इकट्ठा करना | आजीवन कारावास या 10 साल + जुर्माना | संज्ञेय | गैर जमानतीय | सत्र न्यायालय द्वारा विचारणीय (ट्रायल किया जा सकता) |