जब भी कभी आपको ख्याल आये की हमें कोई व्यवसाय शरू करना है तो इसके लिए कैसे और किस प्रकार की कंपनी या फर्म का रजिस्ट्रेशन करवाने की जरुरत पड़ेगी | ऐसे में आपको आज हम बता दें कि आप सबसे आसान तरीके से शुरुवात कर सकते हैं जोकि खर्चीला नहीं होता और बाद में आप अपना रजिस्ट्रेशन बदलवा भी सकते हैं | हम बात कर रहे हैं एकल स्वामित्व फर्म (Proprietorship Firm) की जिसकी आप आसानी से शुरुवात कर सकते हैं |
जिसके बहुत से फायदे है आइये जानते हैं एकल स्वामित्व फर्म (Proprietorship Firm) क्या है ? अन्य प्रकार की कम्पनी के अतिरिक्त जैसे प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के स्थान पर एकल स्वामित्व फर्म क्यों रिजिस्टर करवाए इसके क्या लाभ होंगे इन सब बाते को हम आज देखेंगे | यहाँ हम आपको पूरा प्रोसेस(Process) step by Step बता रहे हैं जिसके माध्यम से आप Proprietorship Firm Registration in India | Online Process | Documents & Fees in Hindi इन सब के बारे में पूरी तरह से अवगत हो जायेंगे।
✅ उद्योग आधार रजिस्ट्रेशन कैसे करें
इस पोर्टल के माध्यम से यहाँ Proprietorship Firm Registration in India | Online Process | Documents & Fees in Hindi इसके बारे में पूर्ण रूप से बात होगी | साथ ही इस पोर्टल www.nocriminals.org पर अन्य कंपनी रजिस्ट्रेशन के बारे में विस्तार से बताया गया है आप उन आर्टिकल के माध्यम से अन्य रजिस्ट्रेशन के बारे में भी विस्तार से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं |
✅ प्राइवेट लिमिटेड कंपनी का रजिस्ट्रेशन
एकल स्वामित्व फर्म क्या होती है (What is Proprietorship Firm)
बिजिनेस करने के लिए Proprietorship सबसे सरल व्यापारिक रूप होता है | इसके अंतर्गत कोई भी व्यवसाय संचालित किया जा सकता है। लेकिन यहाँ ध्यान देने योग्य बात है कि Proprietorship कोई कानूनी इकाई नहीं है। यह केवल उस व्यक्ति को संदर्भित करता है जो व्यवसाय का मालिक है और अपने ऋण के लिए व्यक्तिगत रूप से ही जिम्मेदार होगा। एकल स्वामित्व फर्म भारत सरकार द्वारा नियंत्रित नहीं होती, इस फर्म का स्वामित्व केवल वह व्यक्ति होता है, जो इसका संचालन करता है।
Proprietorship इसकी सादगी, सेटअप में आसानी, और मामूली लागत के कारण एक लोकप्रिय व्यावसायिक रूप है। Proprietorship मालिक को केवल अपना नाम पंजीकृत करना होगा और स्थानीय लाइसेंस और shop and establishment license लेना होगा, और फिर Proprietorship मालिक अपना व्यवसाय शुरू कर सकता है। आप ये जान ले कि भारत में एकमात्र स्वामित्व व्यवसाय शुरू करने के लिए किसी भी सरकारी रेजिस्ट्रेशन की आवश्यकता नहीं है।
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एकल स्वामित्व फर्म रजिस्ट्रेशन प्रोसेस (Proprietorship Firm Registration Process Step By Step)
वैसे तो एकल स्वामित्व फर्म रजिस्ट्रेशन औपचारिक रूप से जरूरी नहीं फिर भी कुछ इसके लिए अन्य रजिस्ट्रशन करा ले तो कोई भी प्रकार की फिर परेशानी नहीं आती | आइये देखते है क्या क्या रजिस्ट्रेशन करना पड़ेगा और क्या होगा रजिस्ट्रेशन प्रोसेस का स्टेप: –
Step-1. MSME Registration
MSME /SSI /UDYOG AADHAR पंजीकरण के तहत किए गए sole proprietorship पंजीकरण किया जायेगा |
Step-2. Shop and Establishment Act License
Shop and Establishment Act लाइसेंस सभी एकल स्वामित्व फर्म के लिए जरूरी नहीं है लेकिन कुछ फर्म में इसको जरूरी बताया गया है |
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Step-3. Goods and Services Tax (GST) Registration
इस स्टेप में Goods and Services Tax (GST) पंजीकरण के लिए आवेदन किया जायेगा |
Step-6. Office Address Proof
आपको ये जानकारी होनी चाहिए कि व्यवसाय शुरु करने के लिए आपको एक कार्यलय / दूकान की आवश्यकता होगी । इसके अड्रेस का प्रूफ के रूप में प्रयोग किया जायेगा |
प्रोप्राइटरशिप पंजीकरण के लिए शुल्क (Proprietorship Firm Registration Fees)
सरकार ने प्रोप्राइटर शिप के लिए सरकारी शुल्क न्यूमतम 500 रूपए तथा व्यापारिक शुल्क न्यूनतम 2500 रूपए का निर्धारित किया है | इसके लिए कोई समय सीमा निर्धारित नहीं है |
एकल स्वामित्व फर्म की मुख्य विशेषताएं (Key Feature of Proprietorship Firm)
परंपरागत रूप से, एकल स्वामित्व फर्म व्यापारियों के लिए एक लघु उद्योग स्थापित करने का पसंदीदा तरीका है। इस व्यवसाय प्रकार की मुख्य विशेषताएं कुछ इस प्रकार है :
- एकल स्वामित्व फर्म के लिए एक व्यक्ति की आवश्यकता होती है।
- व्यापार एक व्यक्ति के स्वामित्व में होता है।
- एक व्यक्ति और न्यूनतम कानूनी अनुपालन की भागीदारी के कारण, फर्म को शुरू करना और बंद करना बहुत आसान होता है।
- एकल स्वामित्व फर्म को सर्विस प्रोवाइडर , मैन्युफैक्चरर , या कोई भी व्यापारी अपने बिज़नेस अपना सकता है |
- कर से संबंधित और अन्य कानूनी अनुपालन न्यूनतम होते हैं।
एकल स्वामित्व फर्म की कमियां (Disadvantages of Proprietorship )
- दायित्व : किसी भी तरह की हानि होने पर इसकी जिम्मेवारी सीधे मालिक के सर पर जाती है अर्थात कंपनी यदि घाटे में जाए तो इस घाटे को सिर्फ एक आदमी (मालिक) उठाता है. कम्पनी इस बीच यदि किसी तरह के ऋण में जाता है तो इसका भुगतान सिर्फ और सिर्फ मालिक के खाते से होगा |
- टैक्स |
- निरंतरता की कमी |
- पूँजी उत्थान में परेशानी |
एकल स्वामित्व फर्म रजिस्ट्रेशन के लिए आवश्यक दस्तावेज़ (Proprietorship Firm Registration Required Documents)
जब भी हम एकल स्वामित्व फर्म का रजिस्ट्रेशन करना चाहते है तो इसके लिए कुछ आवश्यक दस्तावेज़ लगाना ज़रुरी होते है। जो कि निम्न लिखित है –
- एड्रेस प्रूफ |
- पैन कार्ड की कॉपी |
- बिज़नेस/ फर्म का नाम |
- बिज़नेस एड्रेस प्रूफ जैसे- इलेक्ट्रिसिटी बिल, टेलीफ़ोन बिल, टैक्स बिल, गैस बिल |
- वोटर आईडी कार्ड |
- ड्राइविंग लाइसेंस |
✅ कोर्ट मैरिज कैसे करे (प्रक्रिया)
Documents required for setting up the proprietorship firm registration are-
- PAN card,
- Name of business,
- Current account in the name of proprietorship in bank,
- Business address proof Bill required,
- The license under Shop Act.
- To start a proprietorship firm it is necessary to register under the Shop Act. You required a location to start a business
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विभन्न प्रकार की इकाई की तुलना यहाँ देखे
प्रकार | LLP | Pvt. Ltd. | एकल स्वामित्व | Partnership | OPC |
सदस्य | 2- असीमित | 2-200 | अधिकतम 1 | 2-20 | 1 |
इकाई की कानूनी स्थिति | अलग कानूनी इकाई के रूप में माना | अलग कानूनी इकाई के रूप में माना | अलग कानूनी इकाई के रूप में नहीं माना | अलग कानूनी इकाई के रूप में नहीं माना | अलग कानूनी इकाई के रूप में माना |
सदस्य देयता | अपने सदस्यों के दायित्व सीमित है | शेयर पूंजी की सीमा तक सीमित | असीमित दायित्व | असीमित दायित्व | शेयर पूंजी की सीमा तक सीमित |
पंजीकरण | एमसीए के तहत पंजीकृत | एमसीए के तहत पंजीकृत | अनिवार्य नहीं | वैकल्पिक / भागीदारी अधिनियम 1932 के तहत पंजीकृत किया जा सकता | एमसीए के तहत पंजीकृत है और कंपनियों 2013 के कानून |
transferability विकल्प | स्थानांतरित किया जा सकता | स्थानांतरित किया जा सकता | अनुमति नहीं हैं | अनुमति नहीं हैं | केवल एक ही व्यक्ति के लिए अनुमति दी |
कर लगाना | लाभ प्लस उपकर और अधिभार लागू का 30% | लाभ प्लस उपकर और अधिभार लागू का 30% | व्यक्तिगत रूप में | कंपनी लाभ 30% | लाभ प्लस उपकर और अधिभार लागू का 30% |
वार्षिक फाइलिंग | कंपनी के रजिस्ट्रार के साथ दायर की | कंपनी के रजिस्ट्रार के साथ दायर की | आयकर रिटर्न कंपनियों के रजिस्ट्रार के साथ | आयकर रिटर्न कंपनियों के रजिस्ट्रार के साथ | कंपनी के रजिस्ट्रार के साथ दायर की |
उपरोक्त वर्णन से आपको आज Proprietorship Firm Registration in India | Online Process | Documents & Fees in Hindi इसके बारे में जानकारी हो गई होगी | Proprietorship Firm Registration Process के बारे में विस्तार से हमने उल्लेख किया है, यदि फिर भी इससे सम्बन्धित या अन्य किसी भी प्रकार की कुछ भी शंका आपके मन में हो या अन्य कोई जानकारी प्राप्त करना चाहते है, तो आप हमें कमेंट बॉक्स के माध्यम से अपने प्रश्न और सुझाव हमें भेज सकते है | इसको अपने मित्रो के साथ शेयर जरूर करें |
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