भारत में जीएसटी को 1 जुलाई 2017 को लागू किया गया, GST को अंग्रेजी में ‘Goods and Services Tax’ तथा हिंदी में “सामग्री और सेवा कर” कहते है | यह एक Indirect Tax होता है, जिसने भारत में अप्रयत्क्ष करो (Indirect Taxes) का स्थान ले लिया है | कोई भी व्यक्ति या संस्था जो की किसी भी तरह की वस्तु या सेवाओं का आदान- प्रदान करती है, जिसमे उसकी बिक्री (Sale) या कारोबार (Turnover) 40 लाख (उत्तरी-पूर्वी राज्यों में 20 लाख) से अधिक होता है, तो उस व्यक्ति या व्यापारी को रजिस्ट्रेशन लेना आवश्यक होता है |
पंजीकरण होने पर आपको जीएसटी के अंतर्गत आने वाले उन सभी नियमो का पालन करना होता है और Tax (कर) का भुगतान करना होता है | इसके साथ ही यदि कोई व्यापारी अपना GST रजिस्ट्रेशन नहीं करवाता है, तो वह इनपुट टैक्स क्रेडिट का लाभ नहीं प्राप्त कर सकता साथ ही कई तरह के लाभों से भी वंचित रह जायेगा | जीएसटी रजिस्ट्रेशन न होने के कारण उस पर जुर्माना (Penalty) भी लगाने का प्रावधान रखा गया है |
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इस पोर्टल के माध्यम से यहाँ जीएसटी रजिस्ट्रेशन कैसे करे | नियम | प्रक्रिया | डॉक्यूमेंट व पंजीकरण शुल्क के बारे में बारे में पूर्ण रूप से बात होगी | साथ ही इस पोर्टल www.nocriminals.org पर अन्य कंपनी रजिस्ट्रेशन के बारे में विस्तार से बताया गया है आप उन आर्टिकल के माध्यम से अन्य रजिस्ट्रेशन के बारे में भी विस्तार से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं |
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जीएसटी रजिस्ट्रेशन नियम (GST Registration Rules)
अनिवार्य पंजीकरण (Mandatory Registration Rule)
जीएसटी पंजीकरण से पहले आपको यह जान लेना चाहिए कि GST का रजिस्ट्रेशन कराना किसके लिए अनिवार्य है, और किन लोगों को अनिवार्यता प्रदान नहीं की गई है | GST पंजीकरण का मुख्य आधार है, आपके व्यापार का वार्षिक कारोबार |
GST के नए नियम जो कि 1 April 2019 से लागू हुए है, जिसके अनुसार कोई भी व्यापार जिनका वार्षिक टर्न ओवर 40 लाख (भारत के कुछ उत्तर-पूर्वी राज्यों में 20 लाख) से ज्यादा है उन्हें जीएसटी का पंजीकरण करवाना अनिवार्य है, और साथ में GST के उन सभी नियमो का पालन भी करना होगा | नई GST लिमिट के कुछ नियम इस प्रकार से निर्धारित किये गए है:-
- 40 लाख वाली लिमिट 1 अप्रैल 2019 के नए वित्तीय वर्ष से लागू होगी |
- यह लिमिट केवल माल-विक्रय (Sale of Goods) पर ही लगायी जाती है , सेवाओं (Services) के लिए यह नियम लागू नहीं होता है |
- अंतर राज्य आपूर्ति पर भी यह लिमिट नियम लागू नहीं होता है |
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इसके साथ ही कुछ और भी अनिवार्य जीएसटी पंजीकरण नियम के तहत रखा गया है, उनकी जानकारी इस प्रकार है:-
- अनिवासी भारतीय (NRI)
- ई-कॉमर्स संस्थाए (E-Commerce)
- ई-कॉमर्स ऑपरेटरों के जरिये वस्तुओं और सेवाओं की आपूर्ति करने वाली संस्थाएं|
- टीडीएस के लिए पात्र व्यक्ति (TDS Deductor)
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स्वैच्छिक पंजीकरण (Voluntary Registration)
यदि आपके व्यापार का सालाना कारोबार (Annual Turnover) 20 लाख या 40 लाख से अधिक नहीं है, तब आपके लिए GST का रजिस्ट्रेशन करवाना आवश्यक नहीं होता है, इसके पश्चात अगर आप अपना पंजीकरण करवाना चाहते है, तो आप स्वैच्छिक पंजीकरण करवा सकते है |
यदि आप GST रजिस्ट्रेशन करवा लेते है, तो आपको जीएसटी के नियमो का पालन करना अनिवार्य होगा, और यदि भविष्य में अगर आपके व्यापार का वार्षिक कारोबार सीमा – रेखा (Threshold Limit) से भी कम होता है, तब भी आपके नियमो में कोई बदलाव नहीं होगा साथ ही आपको स्वैच्छिक जीएसटी पंजीकरण से व्यवसाय को कई सारे लाभ प्राप्त होंगे |
- आपको इनपुट टैक्स क्रेडिट (Input Tax Credit) का लाभ प्राप्त होगा |
- आप बिना किसी रोक टोक के अंतरराज्यीय आपूर्ति कर सकते है |
- ई – कॉमर्स वेबसाइट (E Commerce Website) के माध्यम से व्यापार करने की आज़ादी |
- वस्तुओं और सेवाओं के आपूर्तिकर्ता को कानूनी रूप में मान्यता प्राप्त होना |
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जीएसटी पंजीकरण के प्रकार (Types of GST Registration)
1. सामान्य पंजीकरण (Regular Registration)
सामान्य विक्रेता के अंतर्गत उन व्यापारियों को रखा गया है, जो सामान्य रुप से सामग्री और सेवाओं की सप्लाई करते है, तथा किसी प्रकार की विशेष स्कीम या आधार (Composition Scheme or Foreign NRI) के अंतर्गत आवेदन नहीं करते है |
सरल भाषा में यह भी कह सकते है कि वो व्यापारी जो अपने व्यापार में वस्तु और सेवाओं की आपूर्ति सामान्य तौर पर करते है तथा किसी भी तरह की विशेष गतिविधि नहीं करते है | ऐसे व्यापार या बिज़नेस के लिए सामान्य विक्रेता के आधार पर GST पंजीकरण होता है |
2. कम्पोजीशन स्कीम (Composition Scheme)
यह योजना छोटे एवं नियमित सेल करने वाले व्यापारियों के लिए है, इसके तहत GST प्रक्रिया को आसान बनाया गया है | वो व्यापारी जिनका वार्षिक कारोबार 1.5 करोड़ से कम है, उन्हें कम्पोजीशन स्कीम के अंतर्गत GST रजिस्ट्रेशन कराना होता है |
जीएसटी (GST) पंजीकरण शुल्क
सरकार द्वारा इसके लिए कोई फीस नहीं है, लेकिन आप किसी सीए (CA) या आईटी सॉल्यूशन फर्म (IT Solution Firm) की मदद लेते है तो आपको 1000 से 3000 तक का खर्च आ सकता है, जिसे आप शुल्क के रूप में मान सकते है |
कंपोजिशन स्कीम में जीएसटी दरें (GST Rates in Composition Scheme)
इस स्कीम के अंतर्गत हर तिमाही की कुल बिक्री पर सीधे दरों से GST का भुगतान करने का नियम होता है | वही सामान्य स्कीम में बिक्री पर 18% जीएसटी लागू की जाती है, इसके अलावा ख़रीदे गए माल पर चुकायी गयी GST का इनपुट क्रेडिट (Input Credit) मिलता है तथा कम्पोजीशन स्कीम में सीधे बिक्री पर 1% से 5% की दर से कर (TAX) लगता है, इसमें इनपुट क्रेडिट नहीं दिया जाता है |
1. व्यापारी या निर्माता (Trader or Manufacturer ) – 1% GST (0.5% CGST + 0.5% IGST)
2. रेस्टोरेंट (Restaurants) – 5% GST (2.5% CGST + 2.5% IGST)
कम्पोजीशन स्कीम महत्वपूर्ण नियम (Composition Scheme Important Rules)
- कम्पोजीशन स्कीम के तहत आने वाले व्यापारी इनपुट क्रेडिट के लिए दावा (Claim) नहीं कर सकते है |
- इसके तहत आने वाले लोगों को निर्धारित दर से अपने वार्षिक कारोबार पर GST का भुगतान करना होता है |
- सालाना वस्तुओ की सप्लाई के साथ अधिकतम 5 लाख की सेवाएं प्रदान की जा सकती है |
- व्यापारी उन वस्तुओ की सप्लाई नहीं कर सकता है जिन पर GST लागू न की गई हो |
- इसके तहत कम्पोजीशन विक्रेता अंतर राज्य आपूर्ति नहीं कर सकता है |
- रिवर्स चार्ज मैकेनिज्म (Reverse Charge Mechanism) लेनदेन के अंतर्गत विक्रेता द्वारा सामान्य दरों पर टैक्स का भुगतान करना होता है |
- जिस जगह पर व्यापार हो रहा हो वहाँ पर व्यापारी को यह दर्शाना होता है कि व्यापार कम्पोजीशन स्कीम के तहत किया जा रहा है |
- इस स्कीम के तहत व्यापारी अपने कस्टमर से GST नहीं ले सकता है, उसे GST का भुगतान खुद करना होता है, जिस वजह से उसे कर चालान (Tax Invoice) की जगह बिल ऑफ़ सप्लाई जारी करना होगा |
- GST भुगतान में – की गई आपूर्ति पर जीएसटी, रिवर्स चार्ज (Reveres Charge) पर टैक्स और अपंजीकृत डीलर से खरीद का टैक्स शामिल होता है |
- इसमें विक्रेता को पूरे वर्ष का 4 Monthly रिटर्न फाइल करना होता है, जो प्रत्येक तिमाही के बाद और अगले महीने की 18 तारीख को भरे जाते है | GSTR-4 को तिमाही रिटर्न में दाखिल करना होता है, तथा GSTR-9A को अगले वित्तीय वर्ष 31 दिसम्बर तक वार्षिक रिटर्न दाखिल में करना होता है |
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किस तरह की सेवाओं में कम्पोजीशन स्कीम का लाभ नहीं मिलता है (What Kind of Services do not Get the Benefit of Composition Scheme)
कम्पोजीशन स्कीम के तहत इस तरह की होने वाली सप्लाइज में व्यापारी को लाभ प्राप्त नहीं होता है, उससे जुडी जानकारी इस प्रकार है:-
- रेस्टोरेंट से जुडी सेवाओं के अलावा अन्य किसी भी तरह की सेवाओं की आपूर्तियों में यह लाभ नहीं मान्य किया गया है |
- आकस्मिक कर योग्य व्यक्ति (Casual Taxable Person) या अनिवासी कर योग्य (Non-Resident Taxable) व्यक्ति को भी इसके लाभ प्राप्त नहीं है |
- ई-कॉमर्स ऑपरेटर (E Commerce Operator) के माध्यम से माल की सप्लाई करने वाले व्यवसायों में |
- आइसक्रीम, पान मसाला, या तंबाकू के निर्माताओ को इसका लाभ प्राप्त नही होता |
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3. विदेशी अनिवासी करदाता (Foreign Non-Resident Taxpayer)
वह व्यक्ति जो की भारत का रहने वाला नहीं यानि की एक अनिवासी विदेशी करदाता जो कि एक व्यक्ति या फिर कंपनी हो सकती है, जो किसी भी तरह से भारत के किसी स्थान पर माल या सेवाओं या दोनों ही का कर योग्य सप्लाई कर रहा है, परन्तु व्यवसाय का कोई निश्चित स्थान न होने के चलते ऐसे कार्यो के लिए GST रजिस्ट्रेशन की अलग प्रक्रिया लागू की गई है |
4. इनपुट सेवा वितरक (Input service distributor )
आईएसडी (ISD) एक व्यवसाय है, जो की अपनी ब्रांचो द्वारा उपयोग की जाने वाली सेवाओं का प्रदान कर चालान प्राप्त करता है | ISD इनपुट टैक्स क्रेडिट को सभी शाखाओ में वितरित कर चालान काटा जाता है |
5. कर कटौती करनेवाला (Tax Deductor)
6. ई-कॉमर्स ऑपरेटर (E-Commerce Operator )
7. सरकारी विभाग और संयुक्त राष्ट्र निकाय (Government Department & UN Bodies)
जीएसटी पंजीकरण ना करवाने पर क्या होगा (What will Happen if GST Registration is not Done)
यदि आप अपना व्यापार जीएसटी नियमो के अनुसार जीएसटी के दायरे में आने के बाद भी अपना GST में रजिस्ट्रेशन नहीं करवाते है या टैक्स नहीं देते, या कम टैक्स देते है, तो आपको इसके लिए जुर्माना भरना होगा | जीएसटी नियमो के अनुसार यदि कोई व्यापारी Tax न भरने या कम टैक्स भरने का दोषी पाया जाता है, तो उसे जुर्माने में देय टैक्स की राशि से 10% या उससे अधिक की राशि हो सकती है |
✅ संघ सूची, राज्य सूची और समवर्ती सूची
जीएसटी में रजिस्ट्रेशन करने के लिए आवश्यक दास्तावेज (Documents Required for Registration in GST)
एकल स्वामित्व (Individual/ Sole Proprietorship) के लिए |
- व्यक्ति का पैन कार्ड (Pan Card)
- आधार कार्ड (Adhaar Card)
- पासपोर्ट साइज फोटो (Passport Size Photo)
- वैलिड मोबाइल नंबर (Valid Mobile Number)
- ईमेल आईडी (Email ID)
- व्यापार के स्थान का सबूत (Proof of Place of Business)
- खाता विवरण (Account Details)
साझेदारी (Partnership/ LLP) के लिए
- सभी सदस्यों का पैन कार्ड (PAN Card of All Members)
- आधार कार्ड (Adhaar Card)
- सभी सदस्यों की फोटो |
- व्यापार के स्थान का सबूत (Proof of Place of Business)
- खाता विवरण (Account Details)
- LLP होने पर बोर्ड के संकल्प और एलएलपी के पंजीकरण प्रमाण पत्र की प्रतिलिपि
- अधिकृत हस्ताक्षरकर्ता की नियुक्ति का प्रमाण- प्राधिकरण का पत्र– (Copy of Board resolution & Registration Certificate of the LLP Proof of Appointment of Authorized Signatory- Letter of Authorization )
कंपनी के लिए (For the Company)
- कंपनी का पैन कार्ड (Company PAN Card)
- कम्पनी का पंजीयन प्रमाण पत्र (Company Registration Certificate)
- मेमोरंडम ऑफ असोसीएशन (MOA) और Articles of Association (AOA)
- सभी निदेशको का पैन कार्ड (PAN Card of All Directors)
- सभी निदेशकों का आधार कार्ड और फोटो (Aadhar Card And Photo Of All Directors)
- कपनी के बैंक खाते का विवरण (Company Bank Details)
- निवास प्रमाण पत्र (Address Proof)
- प्राधिकरण के पत्र (Letter of Authorization)
हफ (HUF)
- HUF का पैन कार्ड
- कर्ता का पैन कार्ड, आधार कार्ड और फोटो |
- व्यापार के स्थान का सही सबूत (Address proof) Own office/Rented office
- बैंक खाते की जानकारी (Bank Account Details)
✅ जीरो एफआईआर (Zero FIR) क्या है
समाज, ट्रस्ट या क्लब (Society, Trust or Club )
- Society/Trust/Club का पैन कार्ड |
- उनका पंजीयन प्रमाण पत्र (Registration Certificated)
- Promoter/Partners का पैन कार्ड और फोटो |
- बैंक अकाउंट की जानकारी (Copy of cancelled Cheque or Bank Statement)
- पंजीकृत कार्यालय का पता प्रमाण Address Proof of Registered Office – (Own office/Rented office)
- प्राधिकरण के पत्र (Letter of authorization)
जीएसटी में पंजीकरण कैसे करे (How to Register In GST)
- सबसे पहले आपको अपने ब्राउज़र के जरिये जीएसटी की अधिकारिक वेबसाइट gst.gov.in पर जाना होगा और अब आपके सामने कुछ इस तरह से पेज खुलकर आ जायेगा |
- इसके बाद आप सर्विसेज में जाकर न्यू रजिस्ट्रेशन (New Registration) पर क्लिक करे |
- अब आपके सामने एक ऐसा फॉर्म खुलकर (Open) आ जायेगा |
✅ शपथ पत्र (Affidavit) क्या होता है
- फॉर्म में मांगी गयी सभी जानकारी को ठीक तरह से भर दे |
- फॉर्म भरने के बाद निचे दिए कैप्चा को फिल कर दे |
- इसके बाद PROCEED बटन पर क्लिक करे |
- इसके बाद आपके सामने एक पेज ओपन होगा जिसमे आपके मोबाइल नंबर पर एक OTP आएगा, जिसे डाल कर आप आवेदन संख्या प्राप्त कर सकते है |
- इस आवेदन संख्या को नीचे दिए गए पेज में डाल कर PROCEED बटन पर क्लिक करे |
- इसके बाद आपके सामने एक पेज ओपन होगा, जिसमे आपको सभी जानकारियो को भरकर डाक्यूमेंट्स को स्कैन के माध्यम से अपलोड करना होगा |
- अब आपसे अधिक डॉक्यूमेंट की भी मांग की जा सकती है, जिसे आप आगे के फॉर्म में लगा कर पुष्टि कर सकते है |
- यदि अधिकारी सहमत नहीं तो आपका GST रजिस्ट्रेशन एप्लीकेशन को रद्द किया जा सकता है, जिसकी जानकारी आपको रजिस्टर्ड मोबाइल पर सन्देश द्वारा प्राप्त हो जाएगी |
- सब कुछ सही होने पर आपको मोबाइल पर एक ARN नंबर आता है जिससे आप अपने एप्लीकेशन का स्टेटस को भी चेक कर सकते है |
GST की प्रक्रिया इतनी भी आसान नहीं होती है, क्योकि इसमें बहुत सी बातो का ध्यान रखना पड़ता है यदि आपको इसके बारे में जानकारी नहीं है तो आप किसी Expert की मदद या सलाह ले सकते है |
जीएसटी रजिस्ट्रेशन कैसे चेक करें (How to Check GST Registration)
- सबसे पहले आप GST के अधिकारिक पोर्टल पर जाना होगा |
- अब पेज ओपन हो जाने पर Services Registration/Track Application Status पर जाकर Click करे |
- इसके बाद आप इसमें ARN (Application Reference Number) नंबर डालें और CAPTCHA फिल कर दे |
- सर्च बटन पर क्लिक करे आपके सामने आपका GST Reg. Application Status आ जायेगा |
✅ आर्टिकल (Anuched) 21 क्या है
जीएसटी रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट कैसे डाउनलोड करें (How to Download GST Registration Certificate)
- सबसे पहले GST की आधकारिक वेबसाइट पर जाये |
- उसके बाद Services / User Services / View/ Download Certificate पर click करे |
- इसके बाद आप डाउनलोड के विकल्प पर क्लिक करे |
- अब आपका GST Certificate डाउनलोड हो जायेगा |
उपरोक्त वर्णन से आपको आज Proprietorship Firm Registration in India | Online Process | Documents & Fees in Hindi इसके बारे में जानकारी हो गई होगी | Proprietorship Firm Registration Process के बारे में विस्तार से हमने उल्लेख किया है, यदि फिर भी इससे सम्बन्धित या अन्य किसी भी प्रकार की कुछ भी शंका आपके मन में हो या अन्य कोई जानकारी प्राप्त करना चाहते है, तो आप हमें कमेंट बॉक्स के माध्यम से अपने प्रश्न और सुझाव हमें भेज सकते है | इसको अपने मित्रो के साथ शेयर जरूर करें |